जप कुमार
ग्वालियर।ज्योतिष वर्तमान समय की आवश्यकता है और इसकी सटीकता और प्रमाणिकता इसकी कैलकुलेशन के आधार पर निर्धारित होती है। जन्म के समय आपके नक्षत्र उस समय की परिस्थितियों जन्म का सही समय यही व्यक्ति के भाग्य को निर्धारित करते हैं और उसी के आधार पर कुंडली की विवेचना की जाती है। उक्त उद्बोधन प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य आचार्य पंडित के ए दुबे पद्मेश ने सेमिनार को संबोधित करते हुए कहा ।
ग्वालियर के एक निजी होटल में आयोजित प्रथम अंतरराष्ट्रीय" alt="" aria-hidden="true" />
" alt="" aria-hidden="true" /> वैदिक एवं मॉडर्न एस्ट्रोलॉजिकल सेमिनार में बोलते हुए विभिन्न वक्ताओं ने अपने ज्ञान और अनुभव के आधार पर जन्म कुंडली विवाह विवाह विच्छेद कैरियर प्रोफेशन आदि समस्याओं पर संबोधित किया साथ ही उन्होंने यह बताया कि यह एक विज्ञान है और वैज्ञानिक तरीके से अगर किसी कुंडली विश्लेषण।किया जाए तो चीजें बहुत स्पष्ट और सटीक होती हैं। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में संत कृपाल सिंह उपस्थित थे। कार्यक्रम के आयोजक अशोक भटनागर एवं आराधना भगवान भटनागर ने अतिथियों को पुष्पगुच्छ देकर उनका स्वागत किया तदोपरांत फाइन आर्ट कॉलेज ग्वालियर की छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना से कार्यक्रम शुभारंभ हुआ। देश एवं विदेश के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य ने भाग लिया जिनमें डॉ एच एस रावत, दिल्ली आचार्य अनिल वत्स दिल्ली डॉक्टर चंद्रशेखर शास्त्री मोदीनगर डॉक्टर अजय भांबी दिल्ली डॉक्टर दिलीप जी दिल्ली एंड्रू मार्टन इंग्लैंड बीपी राणा देहरादून जितेंद्र शर्मा, नेपाल डॉक्टर सतीश उपाध्याय औरंगाबाद के दिवाकरण केरल जैसे प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य ने अपने उद्बोधन द्वारा कार्यक्रम के दोनों सत्रों को संबोधित किया। इस कार्यक्रम में एक सम्मान समारोह भी आयोजित किया गया। जिसमें समाज सेवा के क्षेत्र में जी एल भोजवानी चिकित्सा के क्षेत्र में डॉक्टर। जेएस नामधारी और ज्योतिष के क्षेत्र में डॉक्टर चंद्रशेखर शास्त्री का सम्मान किया गया इस कार्यक्रम का संचालन ज्योतिषाचार्य हीरेंद्र शुक्ला ने किया।